उत्तर प्रदेश में चल रहे महाकुंभ में अब तक 40 करोड़ अधिक से श्रदालु आ चुके हैं और पवित्र स्नान कर चुके हैं। मौनी अमवस्या के बाद स्नान का और बड़ा दिन बुधवार को माघी पूर्णिमा है, जिस दिन करोड़ों लोगों के गंगा स्नान करने की संभावना है। मौनी अमवस्या के दिन हुई भगदड़ से सीख लेते हुए उत्तर सरकार ने कई ऐसे उपाय किये हैं जिससे कि न सिर्फ भगदड़ को टाला जा सके बल्कि अत्याधिक भीड़ को संभाला जा सके।
पुलिस के एक आला अधिकारी ने मीडिया को बताया है कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 40 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं। वहीं एक अन्य सरकारी अधिकारी ने यह संख्या 44.5 करोड़ बतायी है। एक दिन पहले ही सोमवार को न सिर्फ प्रयागराज बल्कि शहर से बाहर तक सड़कों पर लंबा जाम लगा था। 300 किलोमीटर तक जाम लगने की बात बतायी गयी है। लाखों गाड़ियां रास्तों में आठ घंटे से लेकर 30 घंटे तक फंसी रही थीं। आलम यह था कि पुलिस अधिकारियों को लोगों को वापस लाैटने के लिए कहते हुए देखा गया। अब बुधवार को माघी पूर्णिमा स्नान को देखते हुए प्रयागराज जिला प्रशासन ने सख्त निर्णय लिये हैं।
संपूर्ण महाकुंभ क्षेत्र को नो वेहिकल जोन घोषित कर दिया गया है। मंगलवार भोर चार बजे से ही महाकुंभ क्षेत्र में गाड़ियों की इंट्री पर पाबंदी लगा दी गई है। यह पाबंदी माघी पूर्णिमा स्नान के दिन यानी बुधवार देर रात रहेगी। वहीं संपूर्ण प्रयागराज को भी मंगलवार शाम पांच बजे से नो इंट्री जोन घोषित कर दिया गया है। मेले में निवास कर रहे कल्पवासी के वाहनों पर भी पाबंदी लगायी है। महाकुंभ क्षेत्र में केवल प्रशासनिक और मेडिकल गाड़ियों की आवाजाही की अनुमति है। प्रयागराज शहर के अंदर भी गाड़ियों के परिचालन पर सख्ती की गई है। शहर के स्थानीयों निवासियों को अपनी गाड़ियों की जगह सार्वजिनिक परिवहन व्यवस्था का उपयोग करने की हिदायत दी गई है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि यातायात में देरी कुप्रबंधन के कारण नहीं है, बल्कि महाकुंभ के दौरान भक्तों की भारी संख्या के कारण अपरिहार्य है क्योंकि हम इतिहास में मानवता का सबसे बड़ा समागम देख रहे हैं। सोमवार की शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा स्नान को देखते हुए एक बैठक कर जरूरी निर्देश दिये थे। उन्होंने एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश को प्रयागराज भेजा है। साथ ही 52 आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों को महाकुंभ की व्यवस्था संभाल रही प्रशासनिक टीम में शामिल किया है। ( फोटो-X )