पश्चिम बंगाल में अभी विधानसभा चुनाव में लगभग एक वर्ष का समय है लेकिन भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी ने इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है। बीजेपी का मुख्य लक्ष्य बंगाल के हिंदू मतदाताओं के ध्रुवीकरण करने का है। और, इसके लिए वह रामनवमी को जोर-शोर से पूरे बंगाल में मनाने की तैयारी कर रही है।
दरअसल बंगाल में पिछले कुछ सालों में रामनवमी को लेकर कई दंगें हो चुके हैं। हावड़ा, आसनसोल, रानीगंज, हुगली आदि जगहों पर रामनवमी शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी की गई है और इसके लिए बीजेपी ने खास तौर से अल्पसंख्यक लोगों को जिम्मेवार ठहराया है। दरअसल पिछले कुछ सालों से रामनवमी के मौके पर बंगाल में हिंदू-मुसलमानों के बीच तनाव अब एक नई बात हो गयी है। और इसके मद्देनजर बीजेपी हिंदू जनजागरण करने में लगी हुई। अब जबकि छह अप्रैल को रामनवमी मनायी जानी है तो पूरे बंगाल में बीजेपी ने पूजा-अर्चना के साथ ही शोभायात्रा निकालने की तैयारी कर रही है। बीजेपी नेता इसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही आम हिंदू लोगों को रामनवमी के मौके पर अपने घरों पर हनुमान ध्वज लहराने की अपील कर रहे हैं।
तब जगह जगह होंगे मुसलमान प्रधानमंत्रीः शुभेंदु
बीजेपी नेता और बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि इस बार पूरे बंगाल में एक करोड़ हिंदू रामनवमी के मौके पर निकलने वाली शोभायात्रा में शामिल होंगे। शनिवार को नंदीग्राम में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने हिंदुओं से अपील की- कृपया जागिये, उठिये, यह लड़ाई अस्तित्व बचाने की लड़ाई है। पहले हम 85 प्रतिशत थे, अब 67 प्रतिशत हो गये हैं। और 10-15 सालों में हम लोग 50 फीसदी से भी कम हो जाएंग। उन्होंने बंगाल में जगह जगह मुसलमानों के प्रधानमंत्री बनने की बात करते हुए कहा कि तब केंदाबाड़ी के प्रधानमंत्री का नाम होगा शाहबुद्दीन। दाउदपुर के प्रधानमंत्री का नाम होगा शमसूल।
हालांकि शुभेंदु अधिकारी ने अभी हाल में मालदा के मोथाबाड़ी इलाके में हिंदुओं के घरों-दुकानों और गाड़ियों में की गई तोड़फोड़ की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अब कोई हिंदू ममता बनर्जी को वोट नहीं देगा। जिन लोगों ने भी मोथाबाड़ी की घटना देखी है, नवदा की घटना देखी है, वे ममता बनर्जी को वोट नहीं देंगे। तृणमूल को वोट नहीं देंगे। यहां तक कि तृणमूल वाले भी ममता को अब वोट नहीं देंगे।
प्रतिशोध के सिवा कोई चारा नहींः केंद्रीय मंत्री
बीजेपी के बंगाल प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार का कहना है कि बंगाल में हिंदुओं के साथ जो अत्याचार हो रहा है, उससे उनकी पीठ दीवार से लग गई है। इसलिए अब प्रतिशोध करने का समय आ गया है, नहीं तो हिंदुओं का बचना ही मुश्किल होगा। बहरहाल इधर तृणमूल को लगता है कि बीजेपी रामनवमी को लेकर जितना भी उछलकूद कर ले, लेकिन उसे कोई फायदा होने वाला नहीं है। तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने दावा किया है कि अगले बीस वर्षों तक बीजेपी को बंगाल में सत्ता नसीब नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि जानबूझकर कुछ जगहों पर ऐसे नारे लगाये जाते हैं, ऐसे व्यवहार किये जाते हैं जिससे अशांति होने की संभावना रहती है। तब पुलिस को तो जरूर कदम उठाना होगा। कुणाल यह भी कहते हैं कि अगर धर्म को एक पॉलिटिकल इवेंट बनाने की कोशिश की जाएगी तो पुलिस आवश्यक कदम उठायेगी।
विश्वविद्यालय में भी रामनवमी की तैयारी
लेकिन इस बार रामनवमी सड़कों के साथ ही शिक्षण संस्थानों में भी मनाने की तैयारी की जा रही है। कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्लय में भी रामनवमी का जुलूस निकालने की तैयारी की गई है। एबीवीपी के पदाधिकारियों ने धमकी दी है कि अगर जुलूस निकालने में बाधी दी गई तो हम इसे अपने तरीके से देखेंगे।
बांग्लादेश ने दिखाया ट्रेलर…
रामनवमी के पहले बंगाल में हिंदू बचाओ अभियान में फिल्म अभिनेता और बीजेपी नेता मिठुन चक्रवर्ती भी उतर चुके हैं। उन्होंने 27 मार्च को बैरकपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश ने ट्रेलर दिखा दिया है। अगर आप नहीं जीतते हैं तो पश्चिम बंगाल में हिंदू और नहीं रह पायेंगे।
जो हिंदू की बात करेगा, उसे दे वोटः संन्यासी
वहीं पिछले लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारत सेवाश्रम संघ के जिस संन्यासी कार्तिक महाराज को निशाना बनाया था, वह भी बीजेपी के पक्ष में बयान दे रहे हैं। उन्होंने हिंदुओं से अपील की है कि जो हिंदुओं की बात करता है, उनको ही वोट दें। आपकों बांग्लादेश की स्थिति को देखकर चिंता करनी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनने में और ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसलिए एक संन्यासी के तौर पर में यही कहूंगा कि जो हमारे समाज की बात करेंगे, हमारे धर्म की बात करेंगे और जो देश को सुरक्षा प्रदान करेंगे, मैं उनको ही वोट देने का अनुरोध करूंगा।
43 स्थानों पर दंगा की आशंका!
जब बंगाल में इतने बड़े स्तर पर रामनवमी निकालने की तैयारी चल रही है तो पिछले सालों की तरह इस बार रामनवमी की शोभायात्राओं को बाधा देने या पत्थरबाजी करने का खतरा बना हुआ है। जैसा कि हिंदू जागरण मच को लगता है। मंच के नेताओं ने आशंका जतायी है कि बंगाल के 43 स्थानों पर रामनवमी के समय अशांति या दंगें की स्थिति हो सकती है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से पहले से ही जरूरी कदम उठाने की मांग की है। इधर उत्तर बंगाल के फालाकटा के बीजेपी विधायक दीपक बर्मन ने तो धमकी दी है कि अगर रामनवमी जुलूस पर हमला हुआ तो हम प्रतिशोध करेंगे। उनका कहना है कि रामनवमी के दौरान कानून-व्यवस्था का कोई सवाल तब तक नहीं उठता जबतब कि रामनवमी जुलूस पर हमला नहीं होता है। अगर ऐसा होता है तो हम लोग प्रतिशोध करेंगे। आत्मरक्षा के लिए जो करना होगा, करेंगे। ( फाइल फोटो)