मैच फिनिशर के रूप में परिचित एमएस धोनी बेंगलुरू रॉयल चैलेंजर्स (आरसीबी) के साथ मैच में नौवें नंबर पर बल्लेबाजी कर के आलोचनाओं के केंद्र में आ गये हैं। पूर्व क्रिकेटर से लेकर क्रिकेट फैंस धोनी के नौवें क्रम पर बल्लेबाजी करने की बात को पचा नहीं पा रहे हैं। कइयों ने तो चेन्नई की हार के लिए सीधे रूप से उन्हें ही जिम्मेवार बता रहे हैं। वहीं पिछले दिनों धोनी के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाने वाले बंगाल के क्रिकेटर मनोज तिवारी ने धोनी के मनमाने फैसले को लेकर सवाल उठाया है।
शुक्रवार की शाम चेन्नई के चेपक स्टेडियम में अपने फैंस के सामने चेन्नई सुपर किंग्स को पिछले 17 सालों में पहली बार आरसीबी से हार का सामना करना पड़ा। सीएसके जीत के लिए 197 रनों का पीछा कर रही थी लेकिन प्रथम पावर प्ले में ही उसके तीन विकेट गिर गये थे जिसके बाद यह टीम संभल नहीं पायी और 50 रनों से हार गयी। धोनी जब नौवें क्रम में बल्लेबाजी करने उतरे तो उस समय 16वां ओवर चल रहा था और जीत के लिए सौ रनों की जरूरत थी। लेकिन धोनी 18 बॉलों में 30 रन ही बना सकें। हालांकि उन्होंने दो छक्के भी लगाये। धोनी के नौंवे क्रम पर बल्लेबाजी को लेकर बंगाल के क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि धोनी जैसा खिलाड़ी जो 16 गेंदों पर 30 रन कर सकता है, उसने क्यों और ऊपर आकर बल्लेबाजी नहीं किया। चेन्नई तो जीतने के लिए ही मैदान में उतरा था। लेकिन चेन्नई के टीम प्रबंधन को यह साहस नहीं है कि वह धोनी को ऊपर आकर खेलने के लिए कहे। धोनी वही करेंगे जो वह चाहेंगे।
इधर पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने धोनी के नौवें क्रम पर बल्लेबाजी करने पर व्यंग्य करते हुए कहा कि वह तो 19-20वें ओवर में बल्लेबाजी करने आते थे। अब क्या करें जब उनके खिलाड़ी 15वें या 16वें ओवर में ही आउट हो गये। इसलिए धोनी को बल्लेबाजी करने के लिए जल्दी आना पड़ा। वहीं एक्स पर मुकेश माथुर ने लिखा, ‘भारत के सबसे सफल कप्तान की सबसे नेगेटिव क्रिकेट। लीडिंग फ्रॉम द फ्रंट की जगह अश्विन को पहले भेजा। खुद तब मैदान में उतरे जब जीतना असंभव हो गया थ। क्या यह वही फीयरलेस धोनी हैं?’
धोनी कल रात मैच के बाद से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्रेंड कर रहे हैं जहां पूर्व क्रिकेटर से लेकर आम लोग धोनी की कप्तानी और उनके फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। ( Photo – X )