कुछ माह के अंदर कोलकाता को एक और वंदे भारत ट्रेन मिलने जा रही है। अगर सब कुछ योजना मुताबिक हुआ तो तीन महीने के अंदर ही कोलकाता के मध्य में स्थित सियालदह स्टेशन से एक नयी वंदे भारत ट्रेन चलेगी। अभी तक केवल हावड़ा से वंदे भारत ट्रेन खुलती है लेकिन सियालदह से कोई वंदे भारत ट्रेन नहीं है।
250 करोड़ से बनेगा कोचिंग डिपो
रेलवे ने सियालदह से एक नयी वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना कर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए सियालदह स्टेशन में जरूरी संरचना के विकास की योजना बनाई गई है। सियालदह स्टेशन से जो वंदे भारत ट्रेन खुलेगी, उसके लिए कोचिंग डिपो बनाना पड़ेगा। इसके लिए काशीपुर में एक आधुनिक कोचिंग डिपो बनाया जाएगा। इसके लिए करीब 250 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। इसके साथ ही सियालदह से जो ट्रेन खुलती है, उसके मार्ग में कई पुराने पुल आते हैं, जिनकी मरम्मत की जाएगी ताकि वंदे भारत अपनी स्वाभागिक गति से चल सके।
बंगाल से चलती हैं 8 वंदे भारत ट्रेनें
पश्चिम बंगाल से आठ वंदे भारत ट्रेनें खुलती हैं। इनमें हावड़ा स्टेशन से छह और न्यू जलपाईगुड़ी से दो वंदे भारत ट्रेन हैं। हावड़ा से रांची, पुरी, राउरकेला, गया, भागलपुर और न्यू जलपाईगुड़ी के लिए वंदे भारत ट्रेनें चलती हैं। वहीं न्यू जलपाईगुड़ी से गुवाहाटी और पटना के लिए वंदे भारत ट्रेनें हैं। देशभर में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या कुल 66 है। लगभग तीन महीने के अंदर जो नई वंदे भारत ट्रेन खुलेगी, वह कहां तक जाएगी, फिलहाल रेलवे द्वारा इसका खुलासा नहीं किया गया है। इस संबंध में यह भी कोई जानकारी नहीं है कि नई वंदे भारत ट्रेन में कुर्सी या स्लीपर की सुविधा होगी।
नई संरचना पर कई काम जारी
सूत्रों के मुताबिक भविष्य की मांग को देखते हुए रेलवे हावड़ा स्टेशन, सिलायदाह स्टेशन, कोलकाता स्टेशन और बंडेल स्टेशन में अतिरिक्ति सुविधाएं विकसित करने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहा है। कोलकाता और सियालदह स्टेशनों में प्लेटफॉर्म की लंबाई बढ़ाई जाएगी जिससे 24 कोचों की सुविधा यहां उपलब्ध हो सके। उसी तरह से हावड़ा स्टेशन पर बढ़ती बोझ को कम करने के लिए बंडेल जंक्शन में 300 करोड़ रुपये के निवेश से नई संरचना का विकास किया जाएगा।