Friday, March 14, 2025

कौन हैं प्रवेश वर्मा जिन्होंने अरविंद केजरीवाल को हराया? क्या बनेंगे दिल्ली नये मुख्यमंत्री?

इतिहास अपने को दोहराता है। यह कहावत नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव जीते बीजेपी के जाट नेता प्रवेश वर्मा के साथ सही साबित होती हुई दिख रही है। 47 साल के प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा एक समय दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। अब संभावना बन रही है कि प्रवेश वर्मा भी दिल्ली के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है। दिल्ली के बहुत से नेता-कार्यकर्ता प्रवेश वर्मा को पार्टी नेतृत्व से मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे हैं।

केजरीवाल को 3186 वोटों से हराया

प्रवेश वर्मा पश्चिम दिल्ली से दो बार बीजेपी सांसद रहे थे। 2024 के चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया था। लेकिन इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी बनाया जहां से अरविंद केजरीवाल चुनाव लड़ रहे थे। शनिवार को जब ईवीएम खुली तो शुरू से ही प्रवेश वर्मा आगे चल रहे थे। हालांकि बीच में केजरीवाल कुछ देर के लिए बढ़त बनाने में कामयाब हुए थे लेकिन अंततः प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को 3186 वोटों से हरा दिया।

साहिब सिंह वर्मा के घर अवतरण

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के घर प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 में हुआ था। उनके एक भाई और तीन बहनें हैंं। वर्मा ने आर के पुरम के दिल्ली पब्लिक स्कूल से अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की और फिर किरोड़ीमल कॉलेज से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री ली। प्रवेश वर्मा की शादी पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा की पुत्री स्वाति सिंह से हुई थी। उनके एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं।

लोकसभा चुनाव में बनाया था इतिहास

प्रवेश वर्मा ने दिल्ली में अपना राजनीतिक सफर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर के तौर पर किया था। फिर 2013 में वह महरौली से विधायक चुने गये। लेकिन अगले साल ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को पश्चिम दिल्ली से उम्मीदवार बनाया जहां से वर्मा रिकॉर्ड 2,68,586 वोट के अंतर से जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम दिल्ली सीट से ही फिर प्रवेश वर्मा ने भारी अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने इतिहास बनाते हुए कुल 8,65,648 वोट हासिल किये थे। उनकी जीत का अंतर 5,78,486 वोटों का था जो अब तक दिल्ली की सभी सात सीटों में सबसे अधिक है। प्रवेश वर्मा ने अपने नामांकन में बताया है कि उनके पास 89 करोड़ की संपत्ति है। उनकी पत्नी के पास भी 24.4 करोड़ की संपत्ति है।

शाहीनबाग और मुस्लिमों को लेकर विवादित बयान

प्रवेश वर्मा अपने विवादित बयानों के लिए भी चर्चित रहे हैं। 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने शाहीन बाग आंदोलन को लेकर कहा था कि अगर बीजेपी सत्ता में आ गई तो एक घंटे के अंदर शाहीन बाग आंंदोलनकारियों को हटा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि जो लोग शाहीन बाग में आंदोलन कर रहे हैं, वे हिंदुओं के घरों में घुस कर हमारी मां-बहनों का बलात्कार करते हैं। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद की एक सभा में मुस्लिमों के पूर्ण बहिष्कार का भी आह्वान किया था। 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत यादव के साथ पार्टी के गठबंधन को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी जिससे बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी हो गयी थी। 

अमित शाह से मिले, क्या कहा

बहरहाल शनिवार को दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद अपनी जीत पर मीडिया से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत है। यह जीत दिल्ली वालों की जीत है। मैं पार्टी के प्रति आभार जताता हूं जिसने मुझे चुनाव लड़ने का मौका दिया। प्रवेश वर्मा ने गृह मंत्री अमित शाह से भी नतीजे आने के दौरान मुलाकात की जिसके बाद ही यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि बीजेपी उन्हें मुख्यमंत्री बना सकती है ( फोटो-X )।

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