ऐसे समय में जब शिक्षक भर्ती घोटाले और सुप्रीम कोर्ट द्वारा 25 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति को अवैध ठहराने के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक और सामाजिक उत्तेजना का माहौल है, वहीं इधर अब वक्फ बिल के विरोध में बंगाल में हिंसा होने लगी है। मंगलवार के दिन वक्फ बिल को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर में व्यापक हिंसा हुई। यहां मुस्लिम छात्र एवं युवा संगठनों द्वारा केंद्र सरकार की तरफ से पेश वक्फ बिल को लेकर विरोध रैली निकाली गई। जंगीपुर ट्रैफिक गार्ड के पास जोरदार नारेबाजी की जा रही थी, लेकिन धीरे धीरे मामला तनावपूर्ण हो गया। प्रदर्शनकारी हाथों में तिरंगा लिये हुए थे। लेकिन देखा गया कि पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश करने पर उन पर पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। जिसके बाद पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण लिए लाठी चार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। लेकिन प्रदर्शन करने वालों ने पुलिस गाड़ियों को न सिर्फ पत्थरबाजी कर क्षतिग्रस्त कर दिया, बल्कि उन्हें उलट कर आग लगा दी। दो पुलिस गाड़ियों को धूं-धूं कर जलता हुआ देखा गया….
हिंसक प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। विरोध करने वाले की पत्थरबाजी से बचने की कोशिश करते हुई पुलिस दिखाई दी। पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में कई पुलिस जवानों और प्रदर्शनकारियों के घायल होने की खबर है।
जंगीपुर से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग 12 गुजरता है जो उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल को जोड़ता है। आज के हिंसक प्रदर्शन की वजह से यह राजमार्ग अवरुद्ध हो गया और हजारों गाड़ियां फंस गयीं। बहरमपुर के पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर चौधरी ने आरोप लगाया है कि पुलिस की वजह से मामला हिंसक हुआ है। इधर खबर है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर को फोन कर तनावपूर्ण मामले को शांत कराने को कहा है। इधर कुछ लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 25 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति को अवैध करार दिये जाने से राज्य सरकार के लिए पैदा हुई मुश्किल स्थिति से ध्यान हटाने के लिए ही वक्फ बिल के खिलाफ हिंसक आंदोलन कराया गया है।