विश्व के सर्वश्रेष्ठ भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह आईपीएल खेल पायेंगे कि नहीं, ये सवाल सभी क्रिकेट प्रशंसकों के मन में घूम रहा है। फिलहाल बुमराह मुंबई इंडियंस के खेमे में नहीं दिख रहे हैं। क्या बुमराह अब भी पूरी तरह से फीट नहीं हुए हैं? इस सवाल का अभी तक सटीक उत्तर नहीं मिला है। लेकिन न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज ने आगाह किया है कि अगर बुमराह के साथ भारतीय टीम सावधानी के साथ पेश नहीं आती है तो वह हमेशा के लिए उन्हें खो सकती है।
शेन बॉन्ड ने ईएसपीएन क्रिक इंफो के साथ बातचीत में कहा कि बुमराह की चोट की वजह से 2023 में सर्जरी हुई थी। लेकिन उन्होंने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में बिना रेस्ट लिये सभी पांच टेस्ट खेले। करीब एक महीने तक लगातार उन्होंने गेंदबाजी की। वह किसी तरह के फ्रेक्चर के शिकार नहीं हुए। लेकिन वह फ्रेक्चर की बॉर्डर लाइन के करीब जरूर पहुंच गये। गौरतलब है कि मुंबई इंडियंस में रहते हुए बॉन्ड ने बुमराह के साथ काफी काम किया था।
जनवरी में सिडनी टेस्ट के दौरान चोटिल होने के बाद से बुमराह आज तक क्रिकेट मैदान में वापस नहीं लौट पाये हैं। और वह कब ऐसा करेंगे, यह फिलहाल कोई बताने की स्थिति में नहीं है। बुमराह के बिना ही भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी खेली और जीती। बुमराह 2024 में हुए टी20 विश्व कप के हिस्सा थे और वह कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उससे पहले 2023 में भारत अगर एकदिवसीय विश्वकप के फाइनल में पहुंचा तो उसमें भी बुमराह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
जसप्रीत बुमराह क्या आईपीएल के बीच मुंबई इंडियंस के साथ जुड़ पायेंगे और क्या बीसीसीआई उन्हें आईपीएल खेलने का इजाजत देगा जबकि आईपीएल के बाद ही तुरंत भारत पांच टेस्ट खेलने के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगा। ऐसा लगता है कि बीसीसीआई शायद ही अब बुमराह को आईपीएल खेलने की अनुमति दे। लेकिन इंग्लैंड में बुमराह खेलते हैं तो भी वह उनके लिए वहां फिर से चोटिल होने का खतरा बना रहेगा जिसकी ओर शेन बॉन्ड इशारा करते हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे से भारत ने क्या सिखा? वह आगाह करते हुए कहते हैं कि अगर आप इंग्लैंड दौरे में पांच टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया वाली गलती करते हैं तो फिर से वही नतीजा देखने को मिलेगा। इसलिए आप ऑस्ट्रेलिया वाली गलती नहीं कर सकते। जहां बिना रेस्ट दिये बुमराह को सभी मैच खेलाये गये। बॉन्ड कहते हैं कि भारत को तेज गेंदबाजों का एक मजबूत पूल बनाना होगा जहां से मैच के लिए खिलाड़ियों को चुना जा सके।
इंग्लैंड दौरा भारत के लिए बड़ी अग्निपरीक्षा साबित होगी। भारत पहले अपने घर में न्यूजीलैंड से तीन टेस्ट हार चुका था। उसके बाद फिर ऑस्ट्रेलिया के हाथों 3-1 से टेस्ट सीरीज हारी। बॉन्ड ने कहा कि भारत कमजोर गेंदबाजी के साथ ऑस्ट्रेलिया गया था। मोहम्मद शमी फीट नहीं थे। जबकि प्रसिद्ध कृष्ण भी एक लंबी चोट के बाद टीम में लौटे थे। आकाशदीप ने केवल एक टेस्ट खेला जबकि मोहम्मद सिराज की गेंदों में धार कम दिखी। ऐसे में बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में बुमराह को अधिक गेंदबाजी के लिए कहा गया। केवल मेलबॉर्न टेस्ट में ही उन्होंने 53 ओवरों से अधिक गेंदबाजी की, जबकि पहले कभी ऐसा नहीं किया था।
बहरहाल 20 जून से इंग्लैंड दौरा भारत के लिए विश्व क्रिकेट में अपनी इज्जत बचाने का एक मौका है। इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह भारत की सबसे बड़ी उम्मीद रहेंगे। न्यूजीलैंड के पूर्व पेसर शेन बॉन्ड कहते हैं कि अब भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा यही है कि वह बुमराह पर अधिक ओवर करने के लिए दबाव नहीं डाल सकता है। एक टेस्ट में 45 ओवर भी बहुत ज्यादा हो सकता है, और आप रिस्क नहीं ले सकते हैं। क्योंकि बुमराह बहुत मूल्यवान हैं। मैं आशा करता हूं कि भारतीय टीम मैनेजमेंट इन चीजों को समझेगा और बुमराह पर बोलिंग का भार अधिक नहीं देगा। हालांकि बुमराह एक प्रोफेशनल खिलाड़ी हैं और वह टीम के लिए सबकुछ करने को तैयार रहते हैं। लेकिन आप उनकी चोट की अवहेलना नहीं कर सकते। आप फिर से उन्हें चोटिल नहीं कर सकते हैं।
बुमराह ने अब तक 45 टेस्ट खेले हैं जिनमें कुल 205 विकेट लिये है। एकदिवसीय मैचों में उनका रिकॉर्ड भी अच्छा है। उन्होंने 89 मैचों में कुल 149 विकेट लिये हैं जबकि 70 टी20 मैच खेलकर कुल 89 विकेट लिये हैं। बुमराह के ये रिकॉर्ड साबित करते हैं कि वह भारत के लिए कितने मूल्यवान खिलाड़ी हैं। ऐसे में इंग्लैंड दौरे के दौरान भारत को अपने सबसे मूल्यवान क्रिकेटर का विशेष ध्यान रखना होगा ताकि उसका करियर लंबा हो पाये। ( फोटो- एक्स)