ईद का त्योहार एक ऐसा मौका होता है जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह जताने की कोशिश करती हैं कि वह मुसलमानों के सबसे करीब हैं और वह उनके हित के लिए हमेशा काम करती हैं। साथ ही इस मौके पर वह मुसलमानों को यह सचेत भी करती हैं कि बीजेपी जैसी पार्टी न सिर्फ उनके लिए खतरे की बात है, बल्कि वह दंगा कराने की योजना बनाती है और मुसलमानों को उसके जाल में नहीं फंसना चाहिए।
ममता इस बार दिखीं संभली हुईं
सोमवार को ईद के मौके पर पिछले सालों की तरह इस बार भी पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता के रेड रोड पर हुई नमाज के बाद मुसलमानों से मुखातिब हुईं। उनके साथ उनके भतीजे और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी भी थे। रेड रोड पर नमाज के बाद ममता बनर्जी ने मुसलमानों की बड़ी संख्या को संबोधित किया। लेकिन इस बार वह थोड़ा संभली हुई दिखाई दीं। पिछले साल उन्होंने रामनवमी के जुलूस को लेकर कहा था अगर मेरे मुसलमान भाइयो को कुछ हुआ तो…..। दो साल पहले रामनवमी के मौके पर हावड़ा समेत अन्य जगहों पर दंगे हुई थे। जुलूस पर पथराव किया गया था जिससे दंगे की स्थिति पैदा हो गयी थी। इस वजह से ममता बनर्जी की सरकार की काफी आलोचना हुई थी और हाईकोर्ट ने फटकार लगयी थी।
लंदन में मुझसे पूछा गया- क्या मैं हिंदू हूं
सोमवार को ईद के मौके पर ममता बनर्जी ने बीजीपी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वह रामनवमी के मौके पर दंगा कराने की कोशिश करेगी। उन्होंने मुसलमानों को आगाह किया कि वह इससे बचे और उसके जाल में नहीं फंसे। ममता बनर्जी ने अपनी लंदन यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कोलकाता से वाम-राम के कुछ लोग टिकट कटा कर लंदन गये थे और वहां मुझसे पूछा कि क्या आप हिंदू है। लेकिन मैंने गौरव के साथ जवाब दिया कि मैं हिंदू हूं, मैं मुस्लिम हूं, मैं ईसाई हूं। मैं सिख हूं और मैं भारतीय हूं। आप क्या कर सकते हैं। वे लोग क्या चाहते हैं। बांटों और राज करो चाहते हैं, हम ऐसा नहीं होने दंगे। मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है। साथ ही हर समुदाय, हर कौम, हर परिवार और हर जाति के लिए मेरा जीवन हैं। आप सलामत हैं जो हम सलामत हैं।
एक राजनीतिक पार्टी दंगा कराना चाहती है
ममता ने रेड रोड पर मौजूद मुसलमानों को संचेत करते हुए कहा कि मैं दंगा-फसाद नहीं चाहती हूं। लेकिन कोई आपको प्रोवोक करेगा तो उसके जाल में नहीं फंसे। यह उसकी योजना है। यह खेल है और आप इस खेल में आने से बचे। ममता ने आगे कहा कि नवरात्रि चल रही है, मैं उसकी शुभकामना देती हूं। लेकिन मैं नहीं चाहती कि कोई इसके लिए दंगा करे। यह दंगा कोई आम आदमी नहीं करता है कि एक राजनीतिक पार्टी करती है। यह शर्म और दुख की बात है कि जो लाल पार्टी (सीपीएम) पहले सांप्रदायिकता की बात करती थी, आज वह गेरुवा पार्टी से मिल गई है। लेकिन हम हैं और अकेला ही काफी है। मैं हर धर्म के लिए डट कर खड़ी हूं। ममता ने पीएम नरेंद्र मोदी का बिना नाम लिये कहा कि सबका साथ, सबका विकास का केवल झूठा नारा है। लेकिम हम यहां सबके लिए काम करते हैं। ( फोटो- वीडियो ग्रैब)