भारतीय जनता पार्टी के कर्नाटक से आने वाले फायर ब्रांड नेता और बेंगलुरू साउथ से सांसद तेजस्वी सूर्या ने विवाह कर लिया है। बृहस्पतिवार को बिना तामझाम के उनका विवाह शिवश्री स्कंदप्रसाद से हुई है जो एक शास्त्री गायिका और नर्तकी हैं। शिवश्री के साथ तेजस्वी की शादी की फोटो वायरल होने के बाद यह पूछा जाने लगा कि आखिर शिवश्री कौन हैं। तो आइये हम आपको बताते हैं उनके बारे में विस्तार से।
शिवश्री स्कंदप्रसाद चेन्नई में रहती हैं और वह कर्नाटक संगीत की युवा शास्त्रीय गायिका हैं। इसके साथ ही वह भारतानट्यम में भी पारंगत हैं। शिवश्री का जन्म 1 अगस्त 1996 में मृंगदम वादक सिरकाझी जे स्कंदप्रसाद के घर हुआ था। शिवश्री का परिवार शास्त्रीय संगीत में एक ख्यातनाम है। उनके दादा सिरकाझी आर जयरामन एक स्थापित संगीतकार थे, जबकि उनकी दादी शांति जयरामन भारतनाट्यम कलाकारों के लिए शास्त्रीय गायन करती थीं। शिवश्री पर बचपन से संगीत का प्रभाव रहा और वह मात्र तीन साल की उम्र से ही भारतनाट्यम सिखने लगी थीं। बचपन में उन्होंने कई कार्यक्रमों में भारतनाट्यम का प्रदर्शन भी किया।
शिवश्री स्कंदप्रसाद ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने बारे में लिख रखा है-भारतीय, संगीतकार, नर्तकी और अहूति की संस्थापक। अहूति पारंपरिक भारतीय कला के पुनर्जीवन के लिए काम करती है। शिवश्री ने तंझावुर के शस्त्र यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है। इसके साथ ही उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से भारतनाट्यम में एमए की डिग्री भी हासिल की हैं। उन्होंने एएस मुरुली से कर्नाटक शास्त्रीय संगीत की दीक्षा भी ली है। पिछले कई सालों से उन्होंने शास्त्रीय संगीत और नृत्य में अपने योगदान के लिए कई पुरस्कारों को जीता हैं जिनमें भारत कलचूड़ामणि, युवा सम्मान अवॉर्ड और भजन भूषण शामिल हैं। शिवश्री ने मणिरत्नम की फिल्म पीएस 1 में एआर रहमान के लिए एक गीत भी गाया था। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए उन्होंने एक गीत लिखा था जिसकी पीएम मोदी ने प्रशंसा भी की थी। ( फोटो-एक्स )