रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया आखिरी ग्रुप मैच भारत जीत गया, लेकिन विशेष रूप से फील्डिंग के लिए यह मैच याद किया जाएगा। भारतीय टीम ने जिस तरह से फील्डिंग की, उसकी तारीफ हुई लेकिन न्यूजीलैंड ने तो कमाल की फील्डिंग की जिसकी वजह से भारत को ढाई सौ से कम रन में रोकने में कामयाब हुई।
चैंपियंस ट्रॉफी में जितनी टीमें हैं, उनमें सबसे अधिक न्यूजीलैंड की फील्डिंग के लिए प्रशंसा हो रही है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने कहा कि न्यूजीलैंड की अब तक जीत में उसकी फील्डिंग का बहुत योगदान रहा।
दरअसल भारतीय बैटिंग के दौरान न्यूजीलैंड ने जबरदस्त फील्डिंग की, लेकिन दो ऐसे कैच रहे जिन्हें जिसने में भी देखा, वह अवाक रह गया। पहला कैच हवा में उड़ते हुए ग्लेन फीलिप्स ने पकड़ा। और यह कैच था पाकिस्तान के खिलाफ शतक बनाने वनडे के शतकवीर विराट कोहली का। सातवां ओवर मैट हेनरी कर रहे थे। उनकी ऑफ साइड में बाहर जाती एक गेद पर कोहली ने जोर से कट मारा। प्वाइंट में ग्लेन फीलिप्स थे, उन्होंने हवा में उड़ते हुए अपना दायां हाथ आगे बढ़ाया। इसके बाद सबने देखा कि गेंद जैसे उनकी हथेलियों में चिपक गयी। इस कैच के बाद जहां न्यूजीलैंड के खिलाड़ी खुशी से झूम उठे, वहीं कोहली अवाक खड़े थे। वह विश्वास नहीं कर पा रहे थे कि फीलिप्स ने कैच पकड़ लिया है। उसके बाद कैमरा वीआईपी स्टैंड की तरफ गया तो वहां कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा भी अवाक रह गयीं। उन्होंने अपना हाथ माथे पर रख लिया। इसके बाद कैमरा भारतीय ड्रेसिंग रूम की तरफ गया तो वहां भी सभी अवाक थे, और कुछ खिलाड़ियों को तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि कैच हो गया। फीलिप्स ने मात्र 0.62 सेकेंड के अंदर यह कैच पकड़ा था।
भारतीय पारी में दूसरा कमाल का और अविश्वसनीय कैच केन विलियमसन ने लिया। यह कैच था रवींद्र जडेजा का। विलियमसन भी प्वाइंट में खड़े थे। मैट हेनरी की केंद पर जडेजा ने जोर से हवा में कट किया, लेकिन विलियमसन ने बायीं तरफ हवा में उड़ते हुए ठीक फीलिप्स की तरह ही कैच पकड़ लिया। जडेजा भी इस कैच से अवाक रह गये। न्यूजीलैंड खिलाड़ियों ने इन दो कैचों के साथ ही हवा में ऊपर खेली गयीं गेंदों को भी अच्छा तरह से कैच किया। ( Photo – X )