बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम के नये विशेषज्ञ बल्लेबाज कोच के तौर पर सितांशु कोटक को नियुक्त कर दिया है। आज ही खबर चल रही थी कि बीसीसीआई एक नये बैटिंग कोच को नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। इस खबर के आने के बाद इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन ने स्वयं आगे कर कहा था कि वह यह जिम्मा उठाने के लिए उपलब्ध हैं।
कोलकाता में टी20 मैच से संभालेंगे जिम्मा
इंडियन एक्सप्रेस ने बीसीसीआई के हवाले से बताया कि इंग्लैंड के साथ शुरू हो रहे टी20 सीरीज से ही नये बैटिंग कोच सितांशु कोटक अपना जिम्मा संभाल लेंगे। वह कोलकाता में 22 जनवरी को होने वाले पहले मैच से ही टीम का हिस्सा होंगे। मैच से तीन दिन पहले सूर्य कुमार यादव के नेतृत्व वाली भारतीय टी20 टीम कोलकाता पहुंच जाएगी जहां टीम की ट्रेनिंग चलेगी।
सौराष्ट्र के लिए खेल चुके हैं लंबे समय तक
सितांशु कोटक सौराष्ट्र रणजी टीम के कप्तान थे। उन्होंने साल 1992 से लेकर 2013 तक घरेलू मैच खेले हैं। उन्होंने इस दौरान कुल 8061 रन बनाये हैं जिनमें 15 शतक और 55 अर्धशतक शामिल हैं। वह रिटायरमेंट के बाद सौराष्ट्र रणजी टीम के कोच भी थे। लेकिन उसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी यानी एनसीएन में बैटिंग कोच नियुक्त किया था। इसके साथ ही उनको आईपीएल में कोचिंग का अनुभव है। दरअसल वह गुजरात टाइटंस के सहायक कोच थे। पिछले चार सालों में उन्होंने इंडिया ए टीम के बैटिंग कोच के तौर पर भी काम किया है। नवंबर में जब भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया गई थी तो उसके समानंतर इंडिया ए टीम भी ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर रही थी। इस दौरान कोटक इंडिया ए के साथ जुड़े थे। जब जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2023 में टी20 सीरीज के लिए आयरलैंड का दौरा किया था तो उस समय वह प्रभारी हेड कोच थे।
न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से हार से बीसीसीआई में बेचैनी
ऑस्ट्रेलिया में टॉप भारतीय बल्लेबाजों के फेल होने से बीसीसीआई को लगा कि टीम में एक विशेषज्ञ बैटिंग कोच की जरूरत है। इस समय टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर के साथ ही दो सहायक कोच अभिषेक नायर और रियान टेन डोइशे हैं। ये दोनों बल्लेबाजी की ट्रेनिंग देते हैं। इनके साथ ही फील्डिंग कोच टी दिलीप और बॉलिंग कोच मोर्ने मोर्कल हैं। इतना दमदार कोचिंग स्टाफ होने के बावजूद पहले न्यूजीलैंड और फिर ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत को करारी हार मिली थी। इससे बीसीसीआई में बेचैनी थी। पिछले शनिवार को बीसीसीआई की समीक्षा बैठक हुई थी जिसमें विशेषज्ञ बल्लेबाजी कोच रखने पर चर्चा हुई थी।