Saturday, March 15, 2025

रोहित-विराट को मदद देने स्वयं आगे आए केविन पीटरसन

पहले न्यूजीलैंड के साथ भारत में और फिर ऑस्ट्रेलिया में स्टार भारतीय बल्लेबाज बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। इससे दोनों टेस्ट सीरीज में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा। बल्लेबाजों के असफल होने के बाद बीसीसीआई यह महसूस कर रहा है कि एक फुलटाइम बैटिंग कोच को भारतीय टीम में शामिल किया जाए। यह खबर आने के बाद इंग्लैंड के महान बल्लेबाज केविन पीटरसन ने खुद पहल करते हुए भारतीय टीम का बैटिंग कोच बनने का प्रस्ताव दिया है।

पीटरसन ने एक्स पर लिखा- उपलब्ध हूं

पिछले दिनों बीसीसीआई की बैठक हुई थी जिसमें ऑस्ट्रेलिया सीरीज में मिली हार का पोस्टमार्टम किया गया था। मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक भारतीय टीम के बैटिंग कोच के लिए कुछ नामों पर विचार किया गया है लेकिन अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। मंगलवार को यह खबर आने के बाद इन दिनों दक्षिण अफ्रीका में चल रहे टी20 टूर्नामेंट में कमेंट्री कर रहे केविन पीटरसन ने अपने नाम का प्रस्ताव कर दिया है। सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने पोस्ट कर भारतीय टीम का बैटिंग कोच बनने में रुचि दिखाई है और लिखा कि वह इसके लिए उपलब्ध हैं।

कोचिंग का अनुभव नहीं पर धाकड़ बल्लेबाज

केविन पीटरसन को अभी तक उच्च श्रेणी के क्रिकेट में कोचिंग का अनुभव नहीं है। लेकिन वह इंग्लैंड के टेस्ट इतिहास के तीसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं। जो रूट और कुक के बाद उन्होंने सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाये हैं। उन्होंने इंग्लैंड के लिए कुल 104 टेस्ट खेले हैं जिनमें 47.38 रनों के औसत से कुल 8181 रन बनाये हैं। उनके खाते में कुल 23 शतक हैं। इंग्लैंड के लिए पीटरसन से अधिक शतक जो रूट (33) और एलिस्टर कुक (33) ने बनाये हैं। उसी तरह से उन्होंने 136 एकदिवसीय मैचों में कुल 4440 रन बनाये हैं। 37 टी20 मैच खेलकर कुल 1176 रन बनाये हैं।

स्टार बल्लेबाजों के फेल होने से बीसीसीआई चिंतित

जुलाई में जब गौतम गंभीर को हेड कोच बनाया गया था तो उन्हें अपने सहायक कोचिंग स्टाफ चुनने की सुविधा दी गई थी। गंभीर ने अभिषेक नायर और रियान टेन डोइशे को सहायक कोच बनाया था। अभिषेक रणजी और आईपीएल टीमों में कोचिंग कर चुके हैं, जबकि रियान डच खिलाड़ी हैं। इसलिए अब बीसीसीआई अधिकारियों को लगता है कि टीम के लिए एक मुख्य बैटिंग कोच की जरूरत है। दरअसल रोहित, विराट, शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ सीरीज में बुरी तरह से नाकाम रहे हैं। रोहित के बल्ले से न्यूजीलैंड के साथ सीरीज में मात्र 91 रन आये थे जबकि विरोट के बल्ले से मात्र 93 रन। वहीं ऑस्ट्रेलिया सीरीज में रोहित ने तीन टेस्ट मैचों में मात्र 31 बनाये जबकि विराट कोहली ने पांच टेस्टे में मात्र 195 रन बनाये जिसमें पर्थ टेस्ट का शतक भी शामिल है।

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