भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हरा कर अपने नाम खिताब कर लिया। फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में न्यूजीलैंड को 11 भारतीय खिलाड़ियों ने नहीं, बल्कि एक खिलाड़ी ने अपने दम पर हरा दिया है। जी हां, ऐसा ही कहना है न्यूजीलैंड के कप्तान मिशेल सेंटनर का।
दुबई में रविवार को खेले गये चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच के बाद सेंटनर ने न्यूजीलैंड की हार को अफसोसजनक बताया है। सेंटनर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा से खासे प्रभावित हैं। वैसे सेंटनर ही नहीं, दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी से लेकर पूर्व क्रिकेटर और खेल पत्रकार रोहित शर्मा की कप्तानी की शैली और निडर बल्लेबाजी के कायल हैं। सेंटनर के मुताबिक रोहित ने ही अकेले न्यूजीलैंड को फाइनल में हरा कर उन्हें चैंपियन बनने नहीं दिया है। रोहित शर्मा ने पहले अपनी कुशल कप्तानी से न्यूजीलैंड की पारी को 251 रनों पर रोक दिया। उसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे रोहित और शुभमन गिल ने पहले पावर प्ले यानी शुरू के 10 ओवरों में 64 रन बना लिये। 18 ओवरों में भारत के 100 रन हो गये थे। सेंटर इसका पूरा क्रेडिड रोहित शर्मा को देते हैं।
दरअसल रोहित शर्मा ने चैंपियंस ट्रॉफी में अपना पहला अधर्शतक फाइनल में ही बनाया है या यह कह सकते हैं कि बल्लेबाजी से अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन फाइनल मैच में भारतीय कप्तान ने किया। मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए न्यूजीलैंड के कप्तान मिशेल सेंटनर ने कहा, ‘मेरा मानना है कि चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने से पहले अगर रोहित शर्मा से यह पूछा जाता कि वह किस मैच में सबसे अधिक रन करना चाहते हैं तो निश्चित रूप से वह फाइनल ही कहते। उनकी बल्लेबाजी का गेंदबाजों में खौफ था। शुभमन तो खराब बॉलों का इंतजार कर रहे थे। लेकिन रोहित तो अच्छी गेंदों पर भी छक्के मार रहे थे। उनकी बल्लेबाजी ने ही हमें हरा दिया। 11 खिलाड़ी नहीं, बल्कि रोहित से हम लोग हार गये।’
भारतीय कप्तान ने 2022 के टी20 विश्व कप के बाद से अपनी बल्लेबाजी का तरीका बदल लिया है। वह पहले 10 ओवरों में आउट होने के डर को दरकिनार कर बेबाक अंदाज में खेलते हैं और बड़ी तेजी से रन बनाते हैं। उनका यह अंदाज 2023 के विश्व कप और 2024 के टी20 विश्व कप में दिखने को मिला था, और अब 2025 की चैपियंस ट्रॉफी में देखने को मिला। रोहित अपनी बल्लेबाजी से विरोधी टीमों में खौफ पैदा कर देते हैं। उनकी इस शैली ने फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को जीत से बाहर कर दिया। सेंटनर भी यही स्वीकार करते हुए कहते हैं, ‘आक्रामक बल्लेबाजी करने के चक्कर में रोहित आउट भी हो सकते थे लेकिन उन्होंने अपना स्वाभाविक खेल नहीं छोड़ा। धीमी पिच पर तेजी से रन बनाने की सोच भारत का काम आयी। जब भारत ने बिना विकेट खोये 100 रन बना लिये, तभी हमें लगने लगा था कि हम मैच से बाहर हो गये हैं। रोहित शर्मा ने अकेले भारत को जिताया है।’
सेंटनर ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, लेकिन रोहित शर्मा की कुशल कप्तानी और भारतीय स्पिनरों की करामती गेंदों के जाल में न्यूजीलैंड के बल्लेबाज फंसते गये। रोहित शर्मा ने स्पिनरों को बखूबी अच्छी तरह उपयोग किया और न्यूजीलैंड की पारी को 251 पर समेट दिया। सेंटर को लगता है अगर न्यूजीलैंड और 20-30 रन करने में कामयाब होता तो जीत की संभावना बढ़ जाती। सेंटनर कहते हैं, ‘हमारी टीम में कई अच्छे बल्लेबाज हैं। प्रत्येक मैच में किसी न किसी बल्लेबाज ने बड़ा स्कोर किया है। अगर फाइनल में भी यह होता तो हम अधिक सुविधा में रहते। किंतु ऐसा नहीं हुआ। हालांकि इस विकेट में हम लोगों ने खराब बल्लेबाजी नहीं की। किंतु मुझे लगता है कि और 20 या उससे कुछ अधिक रन हमें करना चाहिए था। रोहित ने जिस तरह से बल्लेबाजी की है, अगर वैसी बल्लेबाजी हमारी तरफ से कोई कर पाता तो निश्चित रूप से हम जीतने में कामयाब होते।’ (फोटो-X )