Friday, March 14, 2025

स्टार कल्चर खत्म करने के प्रयास से टीम में दरार, गंभीर का हेड कोच पद खतरे में, चैंपियंस ट्रॉफी तक इंतजार

ऑस्ट्रेलिया में मिली करारी हार के बाद अब तक रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे स्टार क्रिकेटरों की आलोचना हो रही थी और उनके टीम में सलेक्शन को लेकर भी सवाल किये जा रहे थे, लेकिन अब भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर पर भी तलवार लटक रही है। अगर फरवरी-मार्च में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता तो गंभीर की छुट्टी भी हो सकती है।

स्टार कल्चर खत्म करने के प्रयास से टीम में दरार

ऑस्ट्रेलिया दौरे में गौतम गंभीर और टीम के सीनियर खिलाड़ियों के बीच दरार की खबरें आयी थीं। दरअसल गंभीर टीम मे स्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी स्टार की हैसियत रखते हैं जिन्होंने अपनी काबिलियत से यह कमाया है। गंभीर चाहते हैं कि टीम में सबका रूतबा एक समान हो। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा है कि सालों से भारतीय टीम में चली आ रही स्टार कल्चर को गंभीर खत्म करना चाहते है। उन्होंने आईपीएल के सीजन 2012 में केकेआर के कप्तान रहते फाइनल में स्टार बल्लेबाज ब्रैंडम मैककुलम को ड्रॉप कर दिया था। गंभीर प्रदर्शन और टीम की जरूरत के हिसाब को खिलाड़ियों को एकादश में रखना चाहते हैं, भले ही वह स्टार खिलाड़ी न हो। गंभीर के इस रवैये के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम के अंदर दरार पैदा हुई थी। वरिष्ठ खिलाड़ियों और गंभीर के बीच दूरी बढ़ गई थी।

लगातार हार से गंभीर का कॉन्ट्रेक्ट खतरे में

गौतम गंभीर ने जुलाई 2024 में टीम इंडिया के हेड कोच के तौर पर जिम्मा संभाला था। लेकिन तब से 10 टेस्ट भारत ने खेले हैं जिनमें से भारत को छह में पराजय मिली है। ऑस्ट्रेलिया के साथ तीन और न्यूजीलैंड के साथ तीन टेस्ट में भारत हारा है। न्यूजीलैंड ने तो भारत में आकर 3—0 से सफाया कर दिया था। वहीं श्रीलंका के साथ तीन एकदिवसीय मैचों में भी भारत को हार मिली थी। जीत है तो सिर्फ बांग्लादेश सीरीज में, और पर्थ टेस्ट में। इन हारों से बीसीसीआई में गौतम गंभीर को लेकर अब बेचैनी दिख रही है। गंभीर को 2027 में होने वाले विश्वकप तक के लिए टीम का हेड कोच बनाया गया है। लेकिन बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता तो गंभीर के संबंध में जरूरी फैसला किया जाएगा। उनका कोच का पद निश्चित रूप से कॉन्ट्रेक्ट के मुताबिक नहीं रह सकता है।

खिलाड़ियों के चयन में दखलअंदाजी पसंद नहीं

बीसीसीआई में गंभीर की खिलाड़ियों के चयन को लेकर ज्यादा दखलअंदाजी को भी ठीक नजरिये से नहीं देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि खिलाड़ियों के चयन को लेकर चुनाव समिति के साथ भी गंभीर का खिंचाव पैदा हुआ है। एक सूत्र ने पीटीआई से कहा कि गंभीर पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली के  समय कोच रहे ग्रेग चैपल की तरह सब चीजों को अपने मुताबिक चलाने की कोशिश कर रहे हैं  जिससे टीम के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं। एक पूर्व सेलेक्टर का कहना है कि अब भारत में चैपल की तरह कोचिंग नहीं चल सकती है।

 

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