भारत में सोने की कीमतें एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे निवेशकों और उपभोक्ताओं के बीच चिंता और उत्सुकता दोनों बढ़ी हैं। मंगलवार को कोलकाता के सर्राफा बाजार में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव एक लाख एक हजार 350 रुपये दर्ज किया गया, जबकि 22 कैरेट सोने का भाव 92 हजार नौ सौ रुपये दर्ज किया गया। पिछले कई दिनों नहीं बल्कि महीनों से लगातार सोने का भाव ऊपर चढ़ता जा रहा है, इससे ग्राहकों के साथ ही स्वर्ण व्यवसायियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। हालांकि उनके लिए एक मौका भी बना है।
अंतरराष्ट्रीय तनाव प्रमुख वजह
आखिर क्या कारण है कि निरंतर सोने का भाव बढ़ रहा है। सर्ऱाफा बाजार से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती, और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे भू-राजनीतिक तनावों ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है। अमेरिका के ट्रंप प्रशासन द्वारा टैरिफ वॉर छेड़े जाने के कारण भी सोने की कीमतों में वृद्धि एक कारण माना जा रहा है। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ी है।
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट
दूसरी वजहों में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट के कारण आयातित सोना महंगा हो गया है, जिससे घरेलू बाजार में कीमतें बढ़ी हैं। 2024 के बजट में सोने के आयात शुल्क में नौ फीसदी की कटौती की गई थी, जिससे सोने की मांग में वृद्धि हुई और कीमतों में उछाल आया। वहीं घरेलू मांग में वृद्धि भी एक वजह है। शादी-ब्याह और त्योहारी सीज़न के चलते सोने की मांग में इजाफा हुआ है, जिससे कीमतों पर दबाव पड़ा है। तो सोने का भाव आखिर कहां तक जाएगा, इस पर विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव जारी रहते हैं, तो सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। हालांकि, यदि अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करता है या वैश्विक बाजार स्थिर होते हैं, तो कीमतों में स्थिरता आ सकती है।
भविष्य में भाव और चढ़ने की संभावना
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम में और बढ़ोतरी होने की संभावना बनी हुई जैसा कि इकोनोमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है। अखबार ने वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स के हवाले से बताया कि निकट भविष्य में सोने की कीमतें 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकती हैं। ये कीमतें अंतरराष्ट्रीय व्यापार तनाव के और बढ़ने पर संभवतः 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकती हैं। वहीं एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एवं करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता ने अखबार से कहा कि व्यापार युद्ध की आशंका और अमेरिका में मंदी की चिंताओं के कारण सोने की कीमतों में तेजी दिख रही है।