पाकिस्तान भारत के साथ युद्ध में चार दिन भी नहीं टिक सकता है। जी हां, यह बात भारत का कोई सैन्य विशेषज्ञ नहीं कह रहा है, बल्कि पाकिस्तान के भीतर से ही यह दावा किया जा रहा है कि भारत अगर हमला करता है तो पाकिस्तान के पास इतनी क्षमता नहीं है कि वह चार दिन भी जंग कर सके। आखिर यह बात पाकिस्तान में क्यों कही जा रही है दरअसल पाकिस्तान के कई रणनीतिक विशेषज्ञ यह दावा कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास युद्ध लड़ने के लिए गोला-बारूद और अस्त्र-शस्त्र नहीं है।
पाकिस्तान के पास पर्याप्त गोला-बारूद नहीं
पाकिस्तान सालों से आर्थिक तंगी के जूझता रहा है जिससे उसके पास युद्ध की तैयारियों के लिए सरकार से पर्याप्त बजट नहीं मिला है। इसलिए युद्ध लड़ने के लिए जितने गोला-बारूद और अस्त्र-शस्त्रों की जरूरत है, वह पाकिस्तान खरीद नहीं पाया है। यहां तक कि पाकिस्तान के नेता भी यह बात कह रहे हैं और इसलिए वह भारत के साथ युद्ध को टालने में लगे हैं। इसके लिए दुनिया भर के तमाम देशों से पाकिस्तानी नेता अनुरोध कर रहे हैं कि वे भारत को हमला नहीं करने के लिए मनाये। अब ताजा घटनाक्रम में उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विशेष अधिवेशन बुलाकर भी भारत को रोकने की कोशिश की है।
पाकिस्तान ने यूक्रेन को बेचे असलहा
पाकिस्तान में युद्ध के लिए जरूर असलहा नहीं होने का कारण एक यह भी बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने डॉलर बनाने के लालच में अपने गोला-बारूद और असलहा यूक्रेन को बेच दिये हैं। यूक्रेन पिछले तीन सालों से रूस के साथ युद्ध में उलझा है और वह अमेरिका तथा यूरोपीय देशों से हथियारों की मदद की बदौलत ही रूस से अभी तक युद्ध लड़ रहा है। लेकिन इसके साथ ही वह पाकिस्तान जैसे देशों भी युद्ध असलहा खरीदता रहा है। पाकिस्तान ने अमेरिका और चीन आदि देशों से खरीदा गोला-बारूद को अपने हित में न रख कर यूक्रेन को बेचता रहा है। यही वजह है कि उसके पास मात्र दो से चार दिनों तक युद्ध लड़ने के लिए ही गोला-बारूद बचे हैं।
भारत ने 100 अरब डॉलर की खरीदी युद्ध सामग्री
जहां पाकिस्तान के पास युद्ध लड़ने के लिए जरूरी चीजें नहीं हैं, वहीं भारत ने अपने युद्ध म्यान में गोला-बारूद और असलहों का विशाल भंडार जमा कर रखा है। यहां तक की कई पाकिस्तानी भी वहां के टीवी चैनलों पर यह कहते हुए देखे गये हैं कि भारत पिछले कुछ सालों में युद्ध की तैयारियां कर रहा था और उसने सौ अरब डॉलर से अधिक की युद्ध सामग्री खरीदी है। इस बात से ही पाकिस्तानी डरे हुए हैं। पाकिस्तान की तीनों सेनाओं वायुसेना, थलसेना और नौसेना भारत से काफी पीछे हैं। इसलिए अब पाकिस्तान भारत को हमला करने से रोकने के लिए तमाम तरह की कोशिशें कर रहा है।