पश्चिम बंगाल में अभी विधानसभा चुनाव होने में एक वर्ष बाकी है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल में बीजेपी के लिए जैसे चुनावी समर की शुरुआत कर दी है। गुरुवार उन्होंने अलीपुरद्वार में एक सभा की और इसमें पिछले दिनों मुर्शिदाबाद और मालदा में हुए हिंदू विरोधी दंगों का उल्लेख करते हुए ममता बनर्जी की सरकार को निर्मम करारा दिया। इसके साथ ही उन्होंने बंगाल की चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाला, जिसमें राज्य सरकार घिरी हुई, का भी उल्लेख किया और कहा कि राज्य सरकार हर मामले में फेल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बदला लेने के लिए चलाये गये ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि जिन लोगों ने सिंदूर मिटाने की कोशिश की थी, हमने उन्हें सिंदूर की ताकत का एहसास करा दिया। उन्होंने कहा कि पहलगाम घटना को लेकर आप सभी काफी आक्रोशित थे। देश की जनता में गुस्सा था। इस गुस्सा से ही हमें शक्ति मिली और जिन्होंने पहलगाम की घटना को अंजाम दिया था, उन्हें भारतीय सेना ने सिंदूर की शक्ति दिखा दी। पाकिस्तान ने तो इसकी कल्पना भी नहीं की थी। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। भारत ने तीन बार उनके घर में घुस कर मारा है। अगर फिर से आतंकी हमला होता है तो उन्हें बड़ी कीमत चुकानी होगी।
प्रधानमंत्री ने मुर्शिदाबाद दंगे लिए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार को जिम्मेवार बताते हुए कहा कि यहां की निर्मम सरकार की वजह से ही यह घटना हुई है। इन दंगों में माता-बहनों के जीवन भर की पूंजी को राख कर दी गई। तुष्टिकरण के नाम पर गुंडागर्दी को खुली छुटी दे दी गई थी। सरकार चलाने वाली पार्टी के ही विधायक और पार्षद ने ही लोगों के घरों को चिह्नित कर जला दिया। और पुलिस सिर्फ तमाशा देखती रह गयी। बंगाल में कितनी भयावह स्थिति है, इसकी कल्पना की जा सकती है। पीएम मोदी ने बांग्ला में लोगों से पूछते हुए कहा कि क्या सरकार ऐसी चलती है। लेकिन यहां की निर्मम सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की ममता सरकार को बंगाल के विकास में बाधा बताते हुए कहा कि राज्य सरकार केंद्र की योजनाओं को लागू नहीं करने देती है। बंगाल में 90 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न ढांचागत परियोजनाओं का काम रुका हुआ है। राजमार्ग के लिए जमीन नहीं दी जा रही है तो कहीं मेट्रो परियोजना का काम रुका है। इंदिरा आवासा योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि का लाभ बंगाल की जनता को नहीं मिल रहा है तो सिर्फ यहां की तृणमूल की सरकार की वजह से।