पाकिस्तान की मेजबानी में चल रही आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पांच विकेट लेकर फिर से अपने आप को एक बड़ा गेंदबाज साबित किया था। जबकि उनके फिटनेस को लेकर सवाल किये जा रहे थे। लेकिन शमी ने सबका मुंह बंद कर दिया है। उन्होंने फिर से विश्व कप की याद ताजा कर दी है। लेकिन शमी ने यह कारनामा करने के लिए काफी मेहनत की है और त्याग भी किया है। वह खासकर खाने-पीने के मामले में काफी ऐतिहात बरतते हैं और दिनभर में सिर्फ एक समय ही भोजन करते हैं।
बांग्लादेश के साथ मैच जीतने केबाद मोहम्मद शमी ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में कहा कि वह अपना फिटनेस बनाये रखने के लिए अपने डाइट को कड़ाई से पालन करते हैं। उन्होंने कहा, ‘साल 2015 से मैं केवल दिन में एक बार भोजन करता हूं। मैं नाश्ता और दोपहर का खाना नहीं करता हूं। केवल मैं रात को ही भोजन करता हूं। यह बहुत ही मुश्किल था, लेकिन धीरे-धीरे अभ्यास से यह आसान हो गयाा।’
मोहम्मद शमी ने घुटने के ऑपरेशन से उबरने के बाद से एनसीए में रिहेब करने के दौरान अपना वजन भी कम किया है। जब कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें मजाक में पांच-छह किलो वजन कम करने की सलाह दी तो तुरंत ही शमी ने कहा, ‘पाजी, नौ किलो गिराया है।’ उन्होंने कहा कि सबसे मुश्किल काम अपने आप को चुनौती देना होता है। जब मैं एनसीए में था तो मेरा वजन लगभग 90 किलो हो गया था। लेकिन मैंने स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों से दूर रहा। यहां तक कि मिठाइयां भी खानी छोड़ दी।
इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और एकदिवसीय सीरीज खेलने से पहले मोहम्मद शमी ने अपने घरेलू टीम पश्चिम बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी के कई मैच खेले थे। बंगाल रणजी टीम के बॉलिंग कोच शिव सुंदर दास ने कहा कि वह अपने भोजन को लेकर सख्त है। मैंने उन्हें देखा है कि वह केवल एक समय ही भोजन करता है। वह बिरयानी खाना पसंद करता है लेकिन पिछले दो महीने में मैंने नहीं देखा कि उसने बिरयानी की मांग की है। शमी भी कहते हैं कि अपने डाइट को सख्ती से पालन करते हैं। लेकिन कभी कभी उस नियम को तोड़ देता हूें और बिरयानी खा लेता हूं। ( Photo – X )