भारतीय महिला क्रिकेट में प्रतिका रावल बुधवार को एक सनसनी की तरह अचानक सुर्खियों में छा गईं, जब उन्होंने राजकोट में आयरलैंड के साथ खेले गए एकदिवसीय मैच में 154 रनों की विशाल पारी खेल दी। भारतीय महिला बल्लेबाजों द्वारा बनाया गया यह तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। प्रतिका रावल की आज की दमदार पारी की वजह से उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य बताया जा रहा है।
पहले पांच मैचों में तीन अर्धशतक
दिल्ली की रहने वाली 24 साल की प्रतिका जब तीसरी कक्षा में पढ़ती थीं तभी से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। बेहद प्रतिभाशाली इस क्रिकेटर को 22 दिसंबर को भारतीय टीम की तरफ से पहला मैच खेलने का मौका मिला। उन्होंने चयनकर्तआओं को निराशा नहीं किया। पहले पांच मैचों में तीन अर्धशतक बना डाले थे।
मनोविज्ञान में रुचि से क्रिकेट में मिला फायदा
दरअसल जब वह नवीं कक्षा मे थीं तो उनको मनोविज्ञान के प्रति झुकाव महसूस हुआ और इस संबंध में उन्होंने काफी कुछ पढ़ा। बीसीसीआई.टीवी को दिये एक इंटरव्यू में प्रतिका ने बताया कि लोग कैसे व्यवहार करते हैं, किस समय क्या सोचते हैं और उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है, इसको गहराई से समझने से उनके खेल को भी काफी सहायता मिली है। प्रतिका संभवतः खेल में एकाग्रता की बात कर रही थीं। क्योंकि एक बल्लेबाज के लिए स्टेडियम में शोर और विरोधी टीमों के खिलाड़ियों की टीका-टिप्पणी के बीच अपने खेल पर ध्यान लगाना सबसे महत्वपूर्ण होता है। लगता है कि प्रतिका ने एकाग्रता का गुण समझ लिया है।
सोशल मीडिया में खूब हो रही प्रशंसा
बहरहाल उनके द्वारा 154 रनों की दमदार पारी खेलने पर सोशल मीडिया पर काफी प्रशंसा मिल रही है। एक्स पर लोगों ने क्या कुछ लिखा, यहां हम नीचे दे रहे हैः
प्रतिका रावल दर्शकों की प्रशंसा की हकदार हैं। उनका 154रनों का शानदार प्रदर्शन लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उनकी प्रतिभा और लगन, सचमुच प्रेरणादाय है। (रेखा कुमारी)
प्रतिका ने मात्र अपने छठे मैच में ही शतक ठोक दिया है। वह सचमुच में भारतीय महिला क्रिकेट की भविष्य हैं। (तनुजा सिंह)
प्रथम शतक लगाने के लिए शुभकामाएं, भारतीय महिला क्रिकेट की भविष्य हैं प्रतिका। (मिस्टर )
154 रनों की धमाकेदार पारी खेलने के लिए खड़े होकर प्रशंसा हो। ( जोन्स )
बहुत खूब प्रतिका रावल। लेकिन स्मृति मंधाना की तरह मत बनना जो बड़े मौके पर हमेशा असफल रही हैं। (गुड्डी चौधरी )
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के एक सुनहरे सपने की शुरुआत। प्रतिका रावल, इस नाम को याद रखना। (साबिज जफर )
प्रतिका ने अच्छी तकनीक पायी है। और उन्होंने कलाई का सुंदर प्रयोग किया है। (भारतेंदु )
भारतीय क्रिकेट की उभरता सितारा। बल्लेबाजी को बहुत आसान बना दिया, एकदम मितालीराज की तरह, जो देखने में सुंदर और आसान है। (किशोर वर्मा)
प्रतिका रावल विकेट के बीच शानदार ढंग से दौड़ती हैं। सचमुच तुमने बहुत अच्छा किया। (रूद्राक्ष )