पाकिस्तान द्वारा भारत के राफेल जेट फाइटर को मार गिराये जाने के दावा करने के बाद राफेल बनाने वाली कंपनी दशाल्ट एविएशन के शेयरों में गिरावट देखी गयी थी, वहीं फाइटर जेट जे-17 बनाने वाली चीनी विमान कंपनी एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयरों में बढ़ोतरी दिखी थी। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण ने इस चीनी कंपनी के शेयर में 10 प्रतिशत की गिरावट तय कर दी।
सोमवार की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में बताया था कि भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के सारे हमलों को नाकाम कर दिया था। उसके मिसाइल और ड्रोन को भारत में हमला करने से पहले ही मार गिराया गया। पीएम के इस बयान और उसके पहले दोपहर में भारत की तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीन हथियारों की असफलता को लेकर दिये तथ्य के बाद ही आज जब चीन का शेयर बाजार खुला तो वहां चीनी कंपनी एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयरों में भारी विकवाली दिखी। इस कंपनी ने ही जे-10 लड़ाकू विमान बनाया है, जिसके छोड़े सारे मिसाइल फ्लाप हुए हैं। मीडिया में यह कहा जा रहा है कि भारत ने पाकिस्तान के एक एफ-16 और दो जे-17 फाइटर जेट को मार गिराया है। कल प्रेस ब्रिफिंग के दौरान भी भारतीय वायु सेना के एयर मार्शल एके भारती ने कहा था कि उनके हमले में निश्चित रूप से पाकिस्तानी जेट गिरे हैं। उधर पाकिस्तान से आ रही खबरों में भी कहा गया है कि उनके फाइटर पायलट की मौत हुई है।
गौरतलब है कि भारत-पाक सैन्य संघर्ष पर पूरी दुनिया की नजर थी। खासकर पश्चिम रणनीतिक और सैन्य विशेषज्ञ यह देख रहे थे कि इस युद्ध में चीनी कंपनियों के द्वारा बनाये फाइटर जेट, ड्रोन, एयर डिफेंस उपकरण समेत अन्य सैन्य उपकरण कितने कारगर साबित होते हैं। पहले कभी किसी युद्ध में चीनी कंपनियों की परीक्षा नहीं हुई थी। इसलिए उन्होंने सीएनएन को दिये इंटरव्यू में कहा था कि अगर चीनी फाइटर जेट भारत के रफाल पर भारी पड़ते हैं तो उसकी मांग विश्व में बढ़ सकती है। चीन सैन्य विश्व बाजार में अपने विमानों और दूसरे उपकरणों की बड़ी मार्केटिंग करेगा। हालांकि शुरुआती खबरों में चीनी जेट द्वारा राफेल को मार गिराये जाने की खबर आने के बाद चीनी कंपनी के शेयरों में बढ़ोतरी हुई लेकिन उसके बाद जब यह खबर आयी कि भारत ने जे-17 को मार गिराया और चीनी कंपनियों के बनाये ड्रोन और मिसाइल कारगर नहीं हुए तो फिर चीनी कंपनी के शेयर में गिरावट देखी गयी। यह सूचना चीनी कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की गूंज दूर तक सुनी गई है।