भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह 19 फरवरी से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गये हैं। उनकी चोट तो ठीक हो गयी है लेकिन चयनकर्ता कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं जिससे कि वह जून में होने वाली महत्वपूर्ण भारत-इंग्लैंड सीरीज से बाहर हो जाए। बुमराह के टीम इंडिया में शामिल करने पर पाकिस्तान ने राहत की सांस ली है।
पाकिस्तानी जर्नलिस्ट सनाउल्लाह ने अपने यूट्यूब चैनल में कहा कि बिना जसप्रीत बुमराह के भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी की जीत की सबसे बड़ी दावेदार नहीं रह गयी है। बुमराह के नहीं रहने से पाकिस्तान टीम को बड़ी राहत मिली है। बुमराह की वजह से 2024 के टी20 विश्व कप में पाकिस्तान को हार मिली थी, नहीं तो पाकिस्तान जीत सकता था। बुमराह का नहीं होना न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि दूसरी टीमों के लिए खुशी की बात है। क्योंकि भारत का प्रमुख आक्रामक गेंदबाज नहीं है। जहां बुमराह का नहीं होना दूसरी टीमों के लिए राहत की बात है, वहीं भारत के लिए यह एक बड़ी परेशानी की बात है।
बुमराह के बिना भारत जीत की दावेदर नहीं रहा
सनाउल्लाह ने कहा कि जब ऑस्ट्रेलिया के चार प्रमुख खिलाड़ी चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गये थे तो भारत चैंपियंस ट्रॉफी की सबसे तगड़ी टीम लग रही थी, जीत के लिए सबसे बड़ी दावेदार थी। लेकिन बुमराह के नहीं होने से अब स्थिति बदल गई है। वह आगे कहते हैं कि इस समय दुनिया में किसी भी फॉर्मेट में यह हर कोई कह सकता है कि बुमराह सबसे बड़े गेंदबाज हैं और उनका ही राज है। यह बुमराह की थे जो 2023 के एशिया कप और विश्व कप, 2024 के टी20 विश्व कप और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने अकेले दम पर लड़े थे। एक ही बंदा लड़ रहा था, वह था जसप्रीत बुमराह।
बुमराह की जगह हर्षित राणा कहीं से विकल्प नहीं
सनाउल्लाह जसप्रीत बुमराह की जगह नये गेंदबाज हर्षित राणा को टीम में शामिल करने पर हैरत जताते हैं। उनका कहना है अगर जसप्रीत जगह की जगह हर्षित को लाया गया है तो इससे ही समझा जा सकता है कि भारत की गेंदबाजी लाइन कितनी असंतुलित हो गई है। बुमराह का न होना जहां टीम इंडिया के लिए चोट है, वहीं उनकी जगह हर्षित राणा का आना उससे बड़ी चोट है। बुमराह का विकल्प कहीं से भी हर्षित नहीं बनते हैं। मोहम्मद शमी टीम में हैं लेकिन उनका फॉर्म अभी नहीं है जैसा कि 2023 के विश्व कप के समय था। इस समय वह खतरनाक नहीं दिख रहे हैं। सिराज को टीम में विकल्प के रूप में रखा गया है। हालांकि सिराज का प्रदर्शन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में संतोषजनक नहीं था।
ऑस्ट्रेलिया में बुमराह को पांचों टेस्ट खेलाना पड़ा भारी
सनाउल्लाह ने जसप्रीत बुमराह की चोट के लिए अप्रत्यक्ष रूप से टीम इंडिया के मैनेजमेंट को जिम्मेवार बताया। उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनको पांच टेस्ट खेलाने पर हैरत प्रकट की।। उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि बुमराह को पांचों टेस्ट नहीं खेलाया जा सकता है। एक टेस्ट में तो उनको रेस्ट देना होगा। खासकर चैंपियंस ट्रॉफी को देखते हुए। यह ठीक है कि मोहम्मद शमी टीम में नहीं थे, फिर भी चैंपियंस ट्रॉफी को देखते हुए बुमराह को रेस्ट देना जरूरी था। लेकिन मुझे यह देखकर बड़ी हैरानी हुई कि उनको पांचों टेस्ट खेलाया गया। खासकर पांचवें टेस्ट में उनको खेलाना गलत फैसला था। बुमराह ने स्वयं कहा था कि वह थक गये हैं, लेकिन फिर भी उनको खेलाया गया जो भारत के लिए गलत फैसला साबित हुआ। और, आज उसी का खामियाजा भारत भुगत रहा और बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गये हैं। (फोटो-X)