अगर आप कोलकाता आते हैं और यहां हावड़ा स्टेशन से आपको सॉल्टलेक सेक्टर फाइव जाना पड़े तो अब आपको बस के लिए धक्के नहीं खाने पड़ेंगे, बल्कि हावड़ा स्टेशन परिसर में स्थित मेट्रो लेकर सेक्टर फाइव तक कुछ समय में पहुंच सकते है। यह सपना बहुत जल्द पूरा होने वाला हैं क्योंकि एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच सफलतापूर्वक भूमिगत मेट्रो का ट्रॉयल किया गया है।
11 मिनट का ट्रॉलय रन इतिहास में दर्ज
कोलकाता मेट्रो के लिए 21 जनवरी 2025 का दिन इतिहास में दर्ज हो गया है। कोलकाता मेट्रो का परिचालन करने वाली कंपनी कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन( केएमआरसीएल) के महाप्रबंधक पी उदयकुमार रेड्डी की देखरेख में सियालदह-एस्प्लेनेड के बीच ट्रॉयल रन मंगलवार की सुबह किया गया। सियालदह से 11 बज कर 20 मिनट पर मेट्रो रेक रवाना हुई और ठीक 11 बजकर 31 मिनट पर एस्प्लेनेड पहुंच गई। यह सफल ट्रॉयल रन केएमआरसीएल के लिए कई मायने रखता है। क्योंकि इस रूट पर मेट्रो के लिए सुरंग के निर्माण में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा था।
सुरंग निर्माण में बार-बार बाधाओं का सामना
हावड़ा से सॉल्टलेक के सेक्टर फाइव के बीच लाइन को ग्रीन लाइन नाम दिया गया है। इस लाइन में सिलायलदह से सेक्टर फाइव के बीच काफी पहले से मेट्रो सेवा चालू है। उसी तरह पिछले साल हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड के बीच भी मेट्रो सेवा चालू हो गई थी। लेकिन सियालदह और एस्प्लेनेड के बीच ढाई किलोमीटर की मेट्रो सेवा चालू नहीं हो पायी थी। दरअसल इस लाइन पर दो सुरंगें हैं। इनमें पश्चिम से पूर्व ( सिलायलदह से एस्प्लेनेड) लाइन के लिए सुरंग बनाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। यह लाइन कोलकाता के घनी आबादी वाले बहूबाजार इलाके से गुजरती है। इस इलाके में सुरंग की खुदाई के दौरान मिट्टी धंस गई थी जिसकी चपेट में आने से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए थे। इससे काम बंद हो गया था। बाद में काम शुरू हुआ लेकिन मकानों में दरारों के कारण फिर से 2022 के मई और अक्टूबर महीने में काम बंद हुआ। आखिर 2023 और 2024 में सावधानीपूर्वक काम कर सुरंग की खुदाई और ट्रेक बिछाने का काम पूरा किया गया। अब 2025 के जनवरी महीने में ट्रॉयल रन किया गया। इससे सालों से अटकी सिलायदह-एस्प्लेनेड के बीच जल्द मेट्रो सेवा शुरू होने की संभावना बन गई है।
कोलकाता मेट्रो के जीएम ने जताया संतोष
केएमआरसीएल के महाप्रबंधक पी उदयकुमार रेड्डी ने ट्रॉयल रन पर संतोष जताया है। उन्होंने और बाकी उच्च अधिकारियों ने स्वयं मौजूद होकर ट्रॉलय रन का निरीक्षण किया है। सूत्रों के मुताबिक जिन मापदंडों को तय कर ट्रॉयल रन किया गया, उसमें वह सफल हुआ है। इस रूट पर मेट्रो सेवा कब से शुरू होगी, हालांकि रेड्डी ने अभी कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। लेकिन उम्मीद जतायी जा रही है कि कोलकाता और हावड़ा और आसपास के उपनगरों के लाखों लोगों को इसी साल एक नया तोहफा मिलने जा रहा है।