Friday, March 14, 2025

आरजीकर रेप-हत्या मामले में सुनवाई पूरी, 18 को सजा का ऐलान, क्या असल दोषियों को होगी सजा?

कोलकाता के चर्चित आरजीकर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर की रेप एवं हत्या के मामले की सुनवाई पूरी हो गई है और 18 जनवरी को कोर्ट सजा का ऐलान कर देगा। इस मामले में मात्र एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने आरोपी संजय राय को ही रेप और हत्या के लिए जिम्मेवार बताया है। यह घटना 9 अगस्त को हुई थी जिसके खिलाफ कोलकाता समेत पूरे बंगाल में डॉक्टरों के साथ ही आम लोग सड़कों पर विरोध के लिए उतरे थे।

घटना के पांच माह बाद आयेगा फैसला

आरजीकर मामले की सुनवाई 11 नवंबर से कोलकाता के सियालदह कोर्ट में चल रही है। तीव्र गति से सुनवाई हुई और मात्र दो महीने में ही कोर्ट ने सजा के ऐलान करने के दिन की घोषणा कर दी है। मामले की जांच एजेंसी सीबीआई ने महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के संबंध में अपनी चार्जशीट कोर्ट में पहले ही जमा कर दी थी। गुरुवार को न्यायाधीश ने कहा कि 18 जनवरी को दोपहर ढाई बजे सजा का ऐलान किया जाएगा। सीबीआई ने कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। लेकिन पीड़िता का परिवार सुनवाई से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि केवल संजय राय ने इस घटना को अकेले अंजाम नहीं दिया है, बल्कि उसके साथ दूसरे लोगों भी शामिल थे। तमाम सिविल सोसायटी भी यह बात दोहराते रहे हैं।

आरोपी के वकील ने कहा संजय राय को फंसाया गया

गुरुवार को सुनवाई के दौरान आरोपी संजय राय के वकील ने एक बार फिर से कहा कि उनके मुवक्किल इस मामले में शामिल नहीं हैं। उन्हें फंसाया गया है। यह घटना पूरी तरह से बनावटी है। उन्होंने कहा कि पीड़िता के शरीर में धक्कामुक्की का कोई चिन्ह नहीं मिला है। उसके कपड़े भी ठीक थे। इसलिए सीबीआई जो कह रही है, वह झूठ है। लेकिन इधर सीबीआई के वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि जो प्रमाण मिले हैं, उससे साफ होता है कि आरोपी ही घटना के लिए जिम्मेवार है। और इस घटना को कोई दूसरा व्यक्ति शामिल नहीं नहीं है। विशेषज्ञ चिकित्सों की रिपोर्ट भी यह संकेत देती है।

रेप-हत्या मामले से पूरे बंगाल में हुआ आंदोलन

गौरतलब है कि आरजीकर रेप और हत्या मामले ने पूरे बंगाल को झकझोर दिया था। नौ अगस्त को ट्रेनी महिला डॉक्टर की लाश आरजीकर अस्पताल के सेमिनार हॉल में पायी गई थी। उस रात वह ड्यूटी पर थी। इस घटना ने चिकित्सक समुदाय के साथ ही बंगाल के आम लोगों को झकझोर दिया था। घटना के दिन से ही न्याय की मांग को लेकर अस्पताल के चिकित्सक आंदोलन पर उतर आये थे। धीरे-धीरे इस आंदोलन में दूसरे सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों के चिकित्सक भी शामिल हुए। कोलकाता से लेकर उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी समेत पूरे राज्य में महिलाएं सड़कों पर उतर आईं। रात में जगकर भी आंदोलन किया गया। इस आंदोलन से मुख्यमंत्री की सरकार मुश्किल में घिर गयी थी और कुछ दिनों के अंदर ही उन्हें मामले की जांच पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपनी पड़ी। पीड़िता के माता-पिता ने भी सीबीआई जांच की मांग की थी।

अब भी सवाल, क्या असल दोषियों को मिलेगी सजा

लेकिन सीबीआई ने अपनी जांच में जिस तरह से कहा कि यह मात्र आरोपी संजय राय की किया धरा है, उससे पीड़ित परिवार के साथ ही आंदोलनरत डॉक्टरों को भी गहरा धक्का लगा। उनका मानना था कि इस वारदात में अकेले संजय राय शामिल नहीं बल्कि कई और लोग भी शामिल हो सकते हैं। पीड़ित परिवार ने इस मामले गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर भी न्याय की मांग की थी। लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या 18 जनवरी को सजा का ऐलान किया जाएगा, उससे पीड़िता परिवार को न्याय मिलेगा। गुरुवार को भी डॉक्टर सड़कों पर जुलूस के लिए निकले और यही सवाल किया कि क्या रेप और हत्या के असल

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