पिछले साल तक इंग्लैंड के प्रधानमंत्री रहे ऋषि सुनक के बाद एक और भारतीय मूल का व्यक्ति जी 7 जैसे शक्तिशाली और अमीर देशों के सदस्य देश का प्रधानमंत्री बन सकता है। हालांकि वह पुरुष नहीं बल्कि की महिला है जो कनाडा के प्रधानमंत्री बनने की रेस में शामिल हैं। इनका नाम है अनीता आनंद जो भारतीय मूल की हैं और फिलहाल कनाडा की परिवहन मंत्री हैं।
रेस में पांच नेता, अनीता भी उनमें शामिल
कनाडा के नये प्रधानमंत्री की रेस में लिबरल पार्टी के पांच नेता शामिल हैं। इनमें भारतीय मूल की परिवहन मंत्री अनीता आनंद भी शामिल हैं। 58 साल की अनीता के पिता तमिल हैं जबकि मां एक पंजाबी। वह पहली बार 2019 में कनाडा के ऑकविले से सांसद चुनी गई थीं। वह पहली हिंदू महिला सांसद हैं। उस तरह से पहली हिंदू हैं जो कनाडा में मंत्री बनीं। उसी साल उन्हें ट्रूडो सरकार में मंत्री बनने का मौका मिल गया। तब से अब तक वह सार्वजनिक सेवा एवं खरीद, रक्षा, ट्रेजरी बोर्ड और परिवहन विभागों का दायित्व संभाल चुकी हैं। अक्टूबर 2021 से जुलाई 2023 के बीच वह रक्षा मंत्री थीं और उस दौरान यूक्रेन-रूस युद्ध में यूक्रेन को मदद पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई थी।
मंत्री बनने से पहले यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं
अनीता आनंद 2019 में ट्रूडो सरकार में मंत्री बनने के पहले टोरंटो विश्वविद्यालय के लॉ विभाग में प्रोफेसर थीं। उससे पहले वह येल, क्वींस यूनिवर्सटीट और वेस्टर्न यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठनों में शिक्षण कार्य से जुड़ी थीं। उनके पास लॉ और आर्टंस में कुल चार डिग्रियां हैं। अनीता अपने भारतीय पहचान को गर्व के साथ घोषणा करती हैं। एक्स हैंडल से दीवाली आदि हिंदू पर्वों में अपनी शुभकामानाएं भी समुदाय को देने में फख्र महसूस करती हैं। अब देखना है कि अनीता आनंद का सफर कहां तक पहुंचता है जबकि उनका कड़ा मुकाबला पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड से है जो सभी पांचों दावेदारों में सबसे आगे समझी जा रही हैं।
जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे से बनी संभावना
करीब दस सालों तक कनाडा के प्रधानमंत्री रहने के बाद जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री के पद से एक दिन पहले ही इस्तीफा दिया है। कनाडा की सत्ताधारी लिबरल पार्टी के नेताओं का ट्रूडो पर भारी दबाव था। पार्टी के अंदर यह चर्चा थी कि अगर ट्रूडो प्रधानमंत्री बने रहे तो पार्टी अगला चुनाव हार जाएगा। इसी साल के अंत में कनाडा में चुनाव होने वाले हैं। बहरहाल लिबरल पार्टी का नया नेता जल्द चुना जाएगा जो अगला प्रधानमंत्री होगा जो मार्च के अंत में प्रधानमंत्री का दायित्व लेगा।