Friday, March 14, 2025

अगर अगरकर ने गंभीर की बात मानी होती तो पुजारा ऑस्ट्रेलिया में कमेंट्री बॉक्स की जगह मैदान में होते

ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही टेस्ट सीरीज में भारत की मेलबॉर्न टेस्ट में मिली हार के बाद कोहराम मचा हुआ है। खासकर भारतीय टॉप बल्लेबाजों की परफफर्मेंस को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है और लिखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर तो बमबारी हो रही है। यहां तक कि अब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली पर न सिर्फ सवाल उठाये जा रहे हैं बल्कि उनके रिटायरमेंट करने की बात कही जा रही है।

गंभीर ने मांगा था चेतेश्वर पुजारा को

मेलबॉर्न टेस्ट में हार के बाद टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम से मनमुटाव की खबरें भी आ रही हैं। सूचना है कि भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भारतीय बल्लोंबाजों को खरीखोटी सनाई है। लेकिन गंभीर से संबंधित जो एक बात सामने आई है, वह काफी चौंकाने वाली है। खबरों के मुताबिक गंभीर ने चयनकर्ताओं से टीम में टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को टीम में रखने की मांग की थी। लेकिन चयनकर्ताओं ने उनकी मांग को तवोज्जों नहीं दी थी। यहां तक कि पर्थ में पहले टेस्ट में जीत के बावजूद गंभीर ने फिर से टीम में चेतेश्वर पुजारा को टीम शामिल करने की मांग की थी। दरअसल पर्थ टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गयी थी। ऐसा लगता है कि गंभीर को आने वाले मैचों में टॉप बल्लेबाजों के बल्ला चलने को लेकर संदेह था। जैसा कि न्यूजीलैंड के साथ घरेलू सीरीज में देखने को मिला था।

पुजारा का ऑस्ट्रेलिया में रहा है शानदार रिकॉर्ड

भारत ने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई पिछली दो सिरीज में जीत दर्ज की थी। और इस जीत में तब भारतीय टीम की नई दीवार के रूप में उभरे चेतेश्वर पुजारा ने महत्वपूर्ण योगादान दिया था। साल 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पुजारा ने टीम के लिए 521 रन बनाये थे, वहीं 2020-21 की सीरीज में उन्होंने 271 रन बनाये थे। पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में कुल 11 टेस्ट खेले हैं और उनमें 47.28 के औसत से कुल 993 रन बनाये हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुजारा की कामयाबी को देखते हुए ही गंभीर ने उन्हें वर्तमान दौरे में भी टीम में शामिल करने की मांग की थी लेकिन अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने उनकी मांग को तवोज्जों नहीं दिया।

पुजारा ने जून 23 में खेला था आखिरी टेस्ट

पुजारा का आखिरी टेस्ट मैच जून 2023 में विश्व टैस्ट चैंपियन का फाइनल था जिसमें उन्होंने दोनों पारियों में क्रमशः 14 और 17 रन किये थे। उसके बाद उन्हें टीम में जगह नहीं मिली। लेकिन पिछले अक्टूबर में रणजीत ट्रॉफी के एक मैच में उन्होंने दोहरा शतक लगाया था। रणजी ट्रॉफी के साथ ही वह इंग्लैंड की काउंटी क्रिकेट भी खेलते रहे हैं। पुजारा ने अभी अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा नहीं की है। अगर उनके टेस्ट आंकड़ों पर नजर डाले तो उन्होंने कुल 103 मैच खेले हैं जिनमें 7195 रन बनाये हैं। उन्होंने कुल 19 शतक और 35 अर्धशतक लगाये हैं। उनका औसत 43.60 है जो उन्हें एक सफल टेस्ट बल्लेबाज साबित करता है। लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया तो उन्हें स्पोर्टस स्टार चैनल पर मैचों की लाइव कमेंट्री करते हुए देखा जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया की विकेट, परिस्थिति और उसके खिलाड़ियों की मानसिकता को वह कमेंट्री के दौरान बखूबी बता रहे हैं। क्या अगर पुजारा आज भारतीय टीम में होते तो जिन दो टेस्ट मैचों में भारत को हार मिली, उनके नतीजे कुछ अलग होते, यह सवाल भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में जरूर उठ रहे हैं।

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